BIHAR SURVEY BIG NEWS: जमीन सर्वे को लेकर इन दोनों बिहार के 45000 गांव में कागजात जुटाने को लेकर अफरातफरी मचा हुआ है। हर दिन पूरे राज के किसी कोने से कोई न कोई खबर निकाल कर सामने आ हीं जाति है। आपको बता दे कि आज एक और बड़ी खबर सामने आई है जिससे प्रशासनिक महकमें मे भी हड़कंप मचा हुआ है। जी हां, रोहतास के दिनारा के चकबंदी कार्यालय में कार्यरत निम्नवर्गीय लिपिक (प्रभारी प्रधान लिपिक) नागेश्वर नाथ सिंह द्वारा घूस लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग हरकत में आया और जांच के बाद तुरंत बड़ा एक्शन लिया।
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जमीन सर्वे में क्लर्क द्वारा घूस लेना पड़ा भरी
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के निदेशक चकबंदी द्वारा प्रभारी प्रधान लिपिक नागेश्वर नाथ सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में विभाग द्वारा एक पत्र भी जारी किया गया है और लिखा गया है कि यह कृत्य बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली, 2005 में सुसंगत प्रावधानों के तहत विपरीत कार्य करने के आरोप के आधार पर बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली, 2005 के नियम-9 के तहत तत्काल प्रभाव से इन्हें निलंबित किया जाता है। साथ ही निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय संयुक्त निदेशालय, चकबंदी, गया निर्धारित किया जाता है।
एक्शन में दिखा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग
वहीं आपकी जानकारी हेतु बता दें कि, निलंबन अवधि में नागेश्वर नाथ सिंह, निम्नवर्गीय लिपिक (प्रभारी प्रधान लिपिक), चकबंदी कार्यालय, दिनारा, रोहतास को बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली, 2005 के नियम-10 के सुसंगत प्रावधानों के तहत मात्र जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।
इस पूरी कार्यवाही के बाद इस बारे में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में सर्वे का काम सही तरीके से चल रहा है। इस दौरान अगर कोई शिकायत सामने आती है तो सरकार की ओर से तुरंत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि खतियान की सत्यापित प्रति उपलब्ध कराने में रैयतों से रिश्वत प्राप्त करने का वीडियो वायरल हुआ है। चकबंदी पदाधिकारी, दिनारा, रोहतास से प्राप्त जांच प्रतिवेदन के अनुसार रिश्वत प्राप्त करने के वायरल वीडियो की सत्यता प्रमाणित होती है इसलिए उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
आप भी रहें सतर्क
सर्वे के दौरान आपसे भी अगर कोई अधिकारी रिश्वत जैसी घिनौनी हरकत करती है तो किसी तरह से उसका सबूत इकट्ठा करें और वायरल करें या विभाग के पास भेजें। तुरंत उन अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी।