Jawahar Navodaya Vidyalaya: क्या आप भी चाहते हैं अपने बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय से पढ़ना, अगर हां तो आपको यह जानना जरूरी है कि जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन कैसे मिलता है और अगर आप पिछड़े अति पिछड़े या ओबीसी कास्ट से आते हैं तो आपको इसमें किस तरह से आरक्षण मिल सकता है और कितना मिल सकता है।
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जवाहर नवोदय विद्यालय भारत के टॉप सरकारी स्कूलों में शामिल है. जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन मिलना आसान नहीं है. इसके लिए नवोदय विद्यालय समिति द्वारा आयोजित किया जाने वाला कठिन एंट्रेंस टेस्ट पास करना जरूरी है. जवाहर नवोदय विद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट navodaya.gov.in पर क्लास 6 एडमिशन फॉर्म उपलब्ध हैं. इच्छुक अभिभावक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं.
जैसा कि मैं पहले बताया है कि जवाहर नवोदय विद्यालय में नामांकन की प्रक्रिया काफी कठिन है। JNV Admission में फीस नहीं लगने की वजह से एडमिशन के लिए कॉम्पिटीशन रेट काफी हाई हो जाता है। जवाहर नवोदय विद्यालय देश के सबसे उच्च सरकारी स्कूलों की लिस्ट में शामिल है। जवाहर नवोदय विद्यालय में कुछ विशेष वर्गों के छात्रों को आरक्षण यानी रिजर्वेशन दिया जाता है।
अगर आप भी अपने बच्चों का नामांकन जवाहर नवोदय विद्यालय में करवाना चाहते हैं तो आगे इस आर्टिकल में जानिए इसके क्या है खास नियम और किस लेवल की तैयारी छात्र को जरूरी है साथ ही देखे कि आपके राज्य में कितने नवोदय विद्यालय अवेलेबल है।
Top Govt School: नवोदय विद्यालय टॉप सरकारी स्कूल कैसे है?
भारत के विभिन्न राज्यों में 600 से ज्यादा नवोदय विद्यालय है यहां होने वाली बेहतरीन पढ़ाई इन्फ्रास्ट्रक्चर और टीचिंग फैसिलिटी की वजह से यह स्कूल सबसे बेस्ट स्कूल में गिना जाता है। यह CBSE से संबद्ध रेजिडेंशियल स्कूल है। इसमें ट्यूशन फीस माफ होती है. हालांकि 9वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स हर महीने 600 रुपये विद्यालय विकास निधि में जमा करवाते हैं।
वहीं बात करें सरकारी कर्मचारी के बच्चों के लिए तो यह फीस 1500 रुपये महीना है। एससी, एसटी, गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों के बच्चों और लड़कियों के लिए फीस माफ है।
जवाहर नवोदय विद्यालय में रिजर्वेशन का क्या नियम है?
अगर हम बात करें जवाहर नवोदय विद्यालय में रिजर्वेशन की तो यहां हर ब्रांच में 75 फीसदी सीटें ग्रामीण क्षेत्रों के स्टूडेंट्स के लिए रिजर्व होती हैं. वहीं, अनुसूचित जाति और जनजाति के स्टूडेंट्स को जिले की जनसंख्या के अनुपात में रिजर्वेशन देने का नियम है. हालांकि राष्ट्रीय अनुपात 15 फीसदी अनुसूचित जाति और 7.5 फीसदी अनुसूचित जनजाति से कम और 50 फीसदी (दोनों को जोड़कर) से ज्यादा नहीं होना चाहिए. इसके अलावा कुल सीटों में से एक तिहाई सीटें लड़कियों के लिए रिजर्व रखने का नियम भी है.
JNV School List: भारत में कितने नवोदय विद्यालय हैं?
भारत के विभिन्न राज्यों में कितने-कितने जवाहर ना बोले विद्यालय है इसका लिस्ट आप यहां देखें:
- आंध्र प्रदेश – 15
- अरुणाचल प्रदेश – 17
- असम – 27
- बिहार – 39
- चंडीगढ़ – 1
- छत्तीसगढ़ – 28
- दादर नागर हवेली और दमन दीव – 3
- दिल्ली – 2
- गोवा – 2
- गुजरात – 34
- हरियाणा – 21
- हिमाचल प्रदेश – 12
- जम्मू कश्मीर – 20
- झारखंड – 26
- कर्नाटक – 31
- केरल – 14
- लद्दाख – 2
- लक्षद्वीप – 1
- पश्चिम बंगाल – 18
- उत्तराखंड – 13
- उत्तर प्रदेश – 76
- अंडमान निकोबार – 3
- त्रिपुरा – 8
- तेलंगाना – 9
- सिक्किम – 4
- राजस्थान – 35
- पुडुचेरी – 4
- पंजाब – 23
- ओडिशा – 31
- नगालैंड – 11
- मिजोरम – 8
- मेघालय – 12
- मणिपुर – 11
- महाराष्ट्र – 34
- मध्यप्रदेश – 54
JNV Admission Guidelines: जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन के नियम क्या हैं?
जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए कठिन एंट्रेंस टेस्ट पास करना जरूरी है (JNVST). नवोदय विद्यालय समिति की इस परीक्षा का नाम जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (जेएनवीएसटी) है. नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए कुछ जरूरी नियम बनाए गए हैं-
- स्टूडेंट्स सिर्फ अपने ही जिले में स्थित नवोदय विद्यालय में एडमिशन ले सकते हैं. इसके लिए फॉर्म भरते समय निवास प्रमाण पत्र जमा करना पड़ता है. साथ ही उसी जिले के सरकारी या सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूल से 5वीं पास होना भी अनिवार्य है.
- जवाहर नवोदय विद्यालय क्लास 6 में एडमिशन हासिल करने के लिए अभ्यर्थी का सरकारी/ सरकारी सहायता प्राप्त/ मान्यता प्राप्त स्कूल से क्लास 3, 4 और 5 में फुल टाइम पढ़ाई करना और हर क्लास को पास करना भी जरूरी है.
- नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा में सिर्फ एक बार ही शामिल होने का मौका मिलता है. कोई भी स्टूडेंट इस एग्जाम में दोबारा नहीं बैठ सकता है. फॉर्म भरते समय इस संबंध में गलत जानकारी देने की भूल न करें. पकड़े जाने पर एडमिशन रद्द कर दिया जाएगा.
- नवोदय विद्यालय में कम से कम 75 फीसदी सीटें उस जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के स्टूडेंट्स के लिए रिजर्व होती हैं. बाकी 25 फीसदी सीटें जिले के आरक्षण मानदंड के अनुसार शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों के उम्मीदवारों की योग्यता के आधार पर भरी जाती हैं.
- नवोदय विद्यालय में ग्रामीण कोटा से एडमिशन लेने के लिए उसी जिले के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सरकारी/ सरकारी सहायता प्राप्त/ सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय से तीसरी, चौथी तथा पांचवी कक्षा में पास होना जरूरी है.
- जिन स्टूडेंट्स ने किसी शहरी क्षेत्र में स्थित स्कूल से तीसरी, चौथी तथा पांचवी कक्षा तक पढ़ाई की होगी, उन्हें शहरी क्षेत्र का ही माना जाएगा.
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