श्रद्धा की मौत से पहले की आखिरी चैट सामने आई है. यह 18 मई यानी मौत से कुछ घंटों पहले की ही है. श्रद्धा ने शाम 4.34 बजे अपने दोस्त को मैसेज किया था. लेकिन श्रद्धा को नहीं पता था कि यह उसकी आखिरी चैट होगी. श्रद्धा ने अपने दोस्त को लिखे मैसेज में कहा था कि I HAVE GOT NEWS यानी मेरे पास खबर है. श्रद्धा ने इसके बाद एक और मैसेज किया है. इसमें उसने लिखा है कि मैं किसी चीज में बहुत व्यस्त हूं.
उसी दिन शाम 6:29 बजे उसकी फ्रेंड ने पूछा कि क्या खबर है. हालांकि, इस पर श्रद्धा ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद उसके दोस्त ने कई बार कोशिश की, लेकिन श्रद्धा ने कोई जवाब नहीं दिया.
आफताब ने भी नहीं दिया मैसेज का जवाब
बाद में 15 सितंबर को शाम 4:35 बजे दोस्त ने आफताब को पत्र लिखा और पूछा कि भाई क्या हुआ? तुम कहां हो. तुमसे बात करना है. श्रद्धा से कहो कि वो बात करे. लेकिन आफताब ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद दोस्त ने आफताब को शाम 5 बजे कॉल भी की. लेकिन आफताब ने जवाब नहीं दिया.
24 सितंबर को दोस्त ने श्रद्धा को मैसेज किया और पूछा कि तुम कहां हो. तुम सुरक्षित तो हो? इसके बाद श्रद्धा के दोस्त को आशंका हुई कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है. श्रद्धा के दोस्त ने बताया कि श्रद्धा की चैट में 24 सितंबर का मैसेज सीन हुआ था, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया.
आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर शव के 35 टुकड़े किए
मुंबई की श्रद्धा वॉल्कर आफताब के साथ दिल्ली के महरौली में एक फ्लैट में लिव इन में रह रही थी. आरोप है कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी. आफताब के मुताबिक, श्रद्धा उस पर शादी को लेकर दबाव डाल रही थी. आफताब ने इसके बाद श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए. उसने टुकड़ों को रखने के लिए एक फ्रिज भी खरीदा था. आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को फ्रिज में रखा था. वह रोज रात में शव के टुकड़े को महरौली स्थित जंगल में फेंकने जाता था. उसने ऐसा करीब 20 दिन तक किया.
श्रद्धा जब से आफताब के साथ रिलेशन में थीं, तब से उनके पिता उनसे संपर्क में नहीं थे. लेकिन श्रद्धा की बात उनके एक दोस्त लक्ष्मण से होती थी. जब कई दिनों तक श्रद्धा ने लक्ष्मण के फोन और मैसेज का जवाब नहीं दिया, तब उसने श्रद्धा के पिता को सारी बात बताई. इसके बाद श्रद्धा पुलिस के पास पहुंचीं. पुलिस ने आफताब से पूछताछ की, तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ.